Sarita Kucheriya
Others
कभी कुछ कह ना सके
बस समय के साथ चलते रहे
ना हक के लिये कहा
ना मर्जी के लिये कहा
सोचा अपने है उन्हें भी
खयाल होगा हमारा
कुछ सही कुछ गलत सोचा होगा
यूं ही चलते चलते खुद को
संभलना सिख गए
समझने से समझौता
करना सिख गए।
बेटी
क्या कसूर
जीवन साथी
हम दोनों
थक गई
क्या है यह
समझौता
क्या कहे
घुटन
नहीं ना