सीता की अग्नि परीक्षा कब तक।
सीता की अग्नि परीक्षा कब तक।
भारतीय नारी,
है बहुत हिम्मत वाली,
हर रोज करती इतना संघर्ष,
फिर भी रहती अनथक।
उसकी इतनी उपेक्षा,
इस समाज में,
हर जगह देनी पड़ती परीक्षा,
फिर भी सफल होने में आती कठिनाई,
चाहे उसने हो बाज़ी मारी।
अगर हो भी जाए,
कामयाब,
समाज कहता,
जान-पहचान थी यार,
या स्त्री देखकर किया लिहाज,
वरना हमारे आगे कौन टिक पाता आज।
ये अग्नि परीक्षा,
जबसे औरत आई,
वो देती आई,
यहां तक,
मर्यादा पुरुषोत्तम भी न बच पाया,
सीता जी को अग्नि परीक्षा देने को कहलवाया,
फिर भी नहीं किया ग्रहण,
आखिर उसको जाना पड़ा आश्रम,
ये तो ऐसा लगता,
अग्नि परीक्षा देना,
स्त्री को फबता।
अब छोड़ो,
ये सब समाज के ठेकेदारो,
स्त्री और पुरुष मिलकर इसे संभालो।