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Kavita Sharma

Abstract

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Kavita Sharma

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श्वेत शुभ्रता

श्वेत शुभ्रता

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ऊंचे पर्वत बर्फ की चादर से ढके हुए से हैं

श्वेत रंग की शुभ्रता स्वच्छ धुली सी है

पड़ती उस पर स्वर्णिम किरणें जब सूर्य की

लगती वे हीरों सी चमकती हैं

नीले आसमान में श्वेत बादल जब रूप बदलते हैं

हवा संग बहकर मानो उड़ना चाहते हैं

स्वच्छ चांदनी बिछी हुई निस्तब्ध निशा भी ह

श्वेत रंग प्रकृति में शांति का द्योतक है 



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