शिव स्तुति
शिव स्तुति
ऊँ शिव शिवा,जय शिव शिवा,जय शिव शिवा,
जपूं तुझे मैं शिव शिवा,जय शिव शिवा
ऊँ शिव शिवा....
हे महेश्वर,हे नागेश्वर,हे सोमेश्वर हरे हरे
पार्वती पति हे महेश्वर,जपु निरंतर तुझे हरे।
ऊँ.....
हे शशिशेखर,हे विश्वेश्वर,जय जय त्रिलोकेश हरे,
मगन तुझमे ये मन,हे शिवशंकर भोले रे।
ऊँ.........
जय शंभु,जय पिनाकी,जय जय वामदेव हरे,
संकट कितना विकट खड़ा हो,पल भर में ही दूर करे।
ऊँ......
हे विरुपाक्ष,हे कपर्दी,हे निलोहित,हे शंकर मेरे,
भजु तुझे मैं आठो पहर,हे शिव शंकर भोले रे।
ऊँ.....
हे शूलपाणि,हे खतवंगी,हे शिपिविष्ट,अम्बिकानाथ हरे,
हे श्रीकंठ, हे त्रिपुरारी,प्रणाम स्वीकारो मेरे।
ऊँ.....
हे गंगाधर,हे ललाटाक्ष हे महाकाल,कृपानिधि हरे,
मगन हुआ बस तुझमे मन,भजु निरंतर तुझे हरे।
ऊँ.....
हे जयधर, हे कैलाशी,हे त्रिपुरांत हरे हरे,
कुछ नही इस सृष्टि में,केवल भोले भोले रे।
ऊँ.....
हे सर्वज्ञ,हे वीरभद्र,हे गिरीश,हे गिरीश्वर हरे,
हे भर्ग,हे पुरताति, कष्ट हरो अब सारे रे।
ऊँ......
हे अनंत,हे तारक, हे परमेश्वर हरे हरे,
हर हर हर हर शम्भो,पाप हरो त्रिपुरारी रे।
ऊँ....
हे सहस्रपाद,हे सहस्त्राक्ष, हे अव्यग्र,हे शाश्वत रे
हे दिगम्बर,हे भूतपति,हे रुद्र भोले भंडारी रे।
ऊँ....
हे जगतगुरु,हे मृत्युंजय,स्वीकारो प्रणाम हमारे रे,
हर हर हर हर शम्भो,मगन शिव में सारे रे।
ऊँ.......
हे शिव शम्भो,हे गिरिधारी,त्रिपुरारी रे,
हरो पीड़ा अब सबकी,प्यारे भोले भंडारी रे।
ऊँ.....
ऊँ हर हराय,ऊँ शिव शिवाय,ऊँ शिव शिवाय,
ऊँ नमः शिवाय, ऊँ नमः शिवाय, ऊँ नमः शिवाय,
शिव शिव शिव शिवाय ऊँ
ऊँ नमः शिवाय. ऊँ नमः शिवाय।।
