शाला अपनी
शाला अपनी
स्कूल चलें हम स्कूल चलें हम
शाला अपनी उद्यान नया
देती है सबको ज्ञान नया,
सद्ज्ञान नया विज्ञान नया
देती है जीवन दान नया।
स्कूल चलें हम स्कूल चलें हम।।
श्रद्धा से विश्वास दिलाती
जीवन की हर राह बनाती,
तन-मन को सुरभित कर देती
मानव मन में कुसुम खिलाती।
स्कूल चलें हम स्कूल चलें हम।।
जीवन फूलों सा महकाती
सुन्दर घर -संसार बनाती,
अरमानों का रूप सजाती
आदर करना हमें सिखाती ।
स्कूल चलें हम स्कूल चलें हम ।।
'सरस्वती'का मुख ठिकाना
मिले ज्ञान का यहाँ खजाना,
यहाँ का मकसद बुद्धि जगाना
और जीवन को सफल बनाना।
स्कूल चलें हम स्कूल चलें हम।।
जो करता गुरु का सम्मान
पाता है गौरव और ज्ञान,
शाला में जिसका मन लागे
जीवन में वह बढ़ता आगे।
स्कूल चलें हम स्कूल चलें हम।।