चाँद, घटाएं, शब़नम, तारें ये शबिस्तां, तुम और मैं! चाँद, घटाएं, शब़नम, तारें ये शबिस्तां, तुम और मैं!
मैं तमाम उम्र तुझको अपनी नजरों में कैद कर लूँ ! मैं तमाम उम्र तुझको अपनी नजरों में कैद कर लूँ !
तुम्हे पता है ना क्या ?अरे वही ....अपना ज़िस्म ,जिससे तुम खेलोगे ! तुम्हे पता है ना क्या ?अरे वही ....अपना ज़िस्म ,जिससे तुम खेलोगे !
बेशर्मी वाली रात में ,ना जाने कितनी बार हुआ बेशर्मी वाली रात में ,ना जाने कितनी बार हुआ
हम दोनों में इस सुगंध से, सारी कायनात का सुरूर ~ए ~गुरूर आया। हम दोनों में इस सुगंध से, सारी कायनात का सुरूर ~ए ~गुरूर आया।