सैनिक
सैनिक
क्या कह गए वो बिना कहे
सिर्फ इतना कि तिरंगा ऊँचा रहे
गोली दुश्मन की क्या कर लेगी मेरा
जब सिर पे आशीर्वाद भारत माँ का रहे।।
साथ मे दुवाएँ उस माँ की है
जिसने जन्म दिया दर्द सह कर
दर्द गोली का क्या कर लेगी मेरा
जब सिर पे आवशीर्वाद मेरी माँ का रहे।।
कंधों से कंधे मिलाकर आवाज़ गरजेगी
है किसमे हिम्मत वो सामने आए
न झुकने पायेगा ये वतन मेरा कभी
क्योंकि मुझपे भरोसा हिंदुस्तानियों का है।।
वतन पे गोली जो निकले बंदूक से दुश्मन की
अपने लहू से सींच दूँ मैं इस मिट्टी को अपनी
और चूम लिया धरती को आखरी साँस से पहले
जिसे देख दोनों माँ के आँखों से आँसू बह उठे।।
एक स्वर में दोनों माँ की आवाज़ गूँज उठी
तू शहीद नहीं अमर हुआ है
अगले जनम में भी तेरी माँ कहलाऊँ
ऊपर वाले से बस इतनी सी दुआ है।।
