सावन का पर्व
सावन का पर्व
1 min
71
आओ सखी सावन मनाएँ
मिलजुलकर गीत सुनाएँ
कोयल की आवाज और
मोरनी के संग आनंद उठाएँ
आओ सखी सावन मनाएँ।।
माता पार्वती ओर शिव की
आराधना कर उनको मनाएँ
सब के प्रेम की मिठास घोल दे,
आओ सखी सावन मनाएँ।
सावन के झूलों के संग
बारिश की बूंदों के संग
मन ओर धरती दोनों ही
झूम उठे, हम सब
मिलजुल कर नृत्य दिखाएँ
आओ सखी सावन मनाएँ
सावन की बरसात में झूला
झूलने आ रे सखी
चूड़ियों की खन खन और
पायल की छन छन में
आ रे सखी झूमे नाचे गाएँ।।
सावन की तीज , सतुओं की
सुगंध से मन में मिठास भर दे,
आओ सखी सावन मनाएँ।।
