Hemant Kumar Saxena
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आज कहूँ अपने दिल की,
बात किसी की कहता नहीं,
दुखी बहुत हूँ ज़िंदगी में मैं,
यह बात किसी से कहता नहीं,
चिंता में चित वो हो जायेगी नारी,
सान्त्वना उसकी खोता नहीं,
वक्त गुजर गया...
पापा के बिन
सोचो और समझो
अंज़ाम ए मुहब...
मां भारती तेर...
खबरदार जीजाजी
आकाश तेरा छोर...
सच्चाई
चलो आज दिल ये...
हां मुझे प्या...