रंग बिरंगी ममता
रंग बिरंगी ममता
हमेशा से सोचती थी कि इस साल सर्दियों में
एक बार स्वेटर बुनने की कोशिश करूंगी।
पर हर साल वक्त कम पड़ जाता या सोच को
आकार देने की उत्कंठा कुछ कम हो जाती थी।
यह साल मेरे लिए यादगार बन गया ,
क्योंकि मैंने पहली बार खुद से एक पूरा
स्वेटर बुना।
जब उस रंग बिरंगे स्वेटर को अपनी
गुड़िया को पहनाया तो मेरा मन
एकदम खुश हो गया।
मेरी गुड़िया के इस स्वेटर में मां का प्यार और
आशीर्वाद भी तो बुन दिया ना मैंने।
तो हुआ ना ये स्वेटर बेहद खास।
एक एक बित्ता नापकर
दिल का प्यार भाँपकर,
बुना गया सबसे अनमोल स्वेटर,
जिसे खुश हुई वो पहनकर!
रंग बिरंगी ममता के धागे,
देखो... मम्मा गुड्डो के पीछे कैसे भागे!!