STORYMIRROR

Anil Chandak

Others

3  

Anil Chandak

Others

राष्ट्र के उत्थान में

राष्ट्र के उत्थान में

1 min
257


राष्ट्र के उत्थान में,

मिल के चलें,बढ के चलें!

बाँहों में बाँहे  डाल के,

हँस के चलें,खिल के चलें!


अब ना कोई पीछे रहे,

पीछे देखे कोई ना मुड़ के!

इस वतन के निर्माण में,

बाँहों में  बाँहें डाल के !


ना जात पात का बन्धन रहे,

ना संघर्ष रहे  यहाँ धर्म के !

इस राष्ट्र की  धारा  बनाएं

दिल से  दिल को  जोड़ के !


अब ना कहीं अन्याय हो,

कानून का हो राज बलबूते इन्साफ के!

हो भाईचारा , हम निवाला,

मन से मन को जोड़ के !!


अब हो कोई  डर नहीं ,

सर ना झुकाये आगे किसी के!

तिरंगे की गरिमा  उज्जल बनाये ,

रख्खेंगे हम सम्भाल के!


Rate this content
Log in