रामायण-उत्तर कांड
रामायण-उत्तर कांड
राज्याभिषेक हुआ राम का
हर्ष और उल्लास हुआ,
राम राज्य की नींव पड़ गयी
सबको ये विश्वास हुआ।
एक धोबी के ताने पर
सीता को वनवास दिया,
लक्ष्मण ने जंगल में छोड़ा
आश्रम में तब वास किया।
वाल्मीकि के आश्रम में
लव और कुश पैदा हुए,
धनुर्विद्या में थे माहिर वो
राम के ऊपर वो थे गए।
अशवमेघ यज्ञ का घोडा
पहुंचा जब लव कुश के पास,
बाँध लिया उसे अपने लिए
लगता था वो है कुछ ख़ास।
सेना से जब युद्ध हुआ
और बात राजमहल में गयी,
सीता जी के सपुत्र हैं ये
बात ये सब जगह फैल गयी।
राम जी जब वहां पहुँचे
सीता भी वहां पर आ गयीं,
धरती माँ की पुत्री थीं वो
धरती में समां गयीं।
लव कुश राम के साथ चले
पर राम बहुत ही दुखी हुये,
कई वर्ष तक राज किया
अयोध्या वासी सुखी हुए।
