पत्थर की इस दुनिया में.....!
पत्थर की इस दुनिया में.....!
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किसे मनाने चले हो तुम
कौन तुम्हारा यहां अपना है?
झूठे रिश्ते भी बनाते हैं लोग
यहां अपना काम निकालने के लिए,
तुम्हें यक़ीन नहीं होगा
ये सुनकर कि
ये जीवन भी एक झूठा सपना है।
किसे मनाने चले हो तुम
कौन तुम्हारा यहां अपना है ?
पत्थर की इस दुनिया में,
पत्थर जैसे लोग हो गये
इंसान कोई दिखता वहीं,
पता नहीं सब कहाँ खो गये,
मायाबी इस संसार में
सबको अच्छा दिखना है,
किसे मनाने चले हो तुम
कौन तुम्हारा यहां अपना है?