प्रभु दो उत्तर
प्रभु दो उत्तर
समय का पहिया कैसा घूमा
क्या काल ने भारत की माटी चूमा?
आज मैं लिख रहा हूं ये डरकर
क्या देश बचेगा आपस में लङकर?
हिंदू मुस्लिम जिन्हें दुनिया कहती भाई-भाई
वो कहते हैं आज होके रहेगी लङाई।
कोई लगा रहा आजादी के नारे
किस बंधन में तुम बंधे हो प्यारे?
खफा हो सत्ताधारी से तो निश्चित ही तुम प्रश्न करो
पर भारत मां की भी सुन लो, मजहबी मसलों को बंद करो।
जाने किस विचार में बंधे हैं सब, कोई सुनने को तैयार नहीं
मैं तुमसे बस गुहार लगाऊं,प्रभु तुम पर तो मेरा इख्तियार नहीं।
तू ही राम है तू ही अल्ल्लाह
फिर क्यूं नहीं ये देश संभलता?
हालात हुए हैं बद से बद्तर
प्रभु अब तो दो मेरे प्रश्नों के उत्तर।