पल पल
पल पल
हमारा एक एक पल
उस खुदा ने,
तय कर दिया है,
जीवन का चक्र
उसकी इच्छानुसार
चलता रहता है ।
अक्सर लोग इसे ही
किस्मत कहते हैं ।
वह एक नियंत्रक है -
जो सृष्टि का
सब कुछ अपनी,
इच्छानुसार चलाता है।
जिंदगी को पलट कर देखो,
तो न जाने
कितने मुकाम पर,
यह सत्य दिखाई देगा
कि जब हम चलना
नहीं चाहते थे ,
उस समय भी
हमें चलाने वाला
कोई और था ।
आदमी की तरह
हर वस्तु की
अपनी जन्म कुंडली
और किस्मत होती है।
इसलिए -
हर पल को,
हर चीज को
उसका नायाब तोहफा
समझ कर स्वीकार करो,
फिर चाहे वह पल
सुखद हो या दुखद।