पढ़ते- पढ़ते थक गए
पढ़ते- पढ़ते थक गए
रोज- रोज हमको क्यों स्कूल जाना पड़ता है
होमवर्क न करने पर मन मेरा बहुत डरता है
कभी तो छुट्टी करा दो विनती यही हमारी है
खेल- कूद की दुनिया लगती हमको प्यारी है
पढ़ते-पढ़ते थक गए स्कूल नहीं अब जाना है
वो छुट्टी वाला संडे फिर से हमको मनाना है
रोज-रोज किताबें पढ़ना लगती ये बिमारी है
भेज देते हो स्कूल जाने कैसी यह लाचारी है
दिन -भर पढ़ते रहना कैसी यह विवशता है
सुलझाओ कोई इसको कैसी यह समस्या है
दादा -दादी जी इसका हल तो हमें बतलाओ
कैसे बचें हम पढ़ने से कुछ तो आप फरमाओ
जाने किसने सात दिन का सप्ताह बनाया है
और पढ़ाई के इस मैदान में हमको फंसाया है
कुछ तो हल सुलझाओ हम बच्चे हैं परेशान
हम बच्चों की बातों का कोई तो रख ले मान।
