हवाओं में भी अब घुला जहर है, कैसा यह कुदरत का कहर है। हवाओं में भी अब घुला जहर है, कैसा यह कुदरत का कहर है।
इसीलिए तो आज कंक्रीट का जंगल बन पड़ा है इसीलिए तो आज कंक्रीट का जंगल बन पड़ा है
गलियों में जो खुशहाली थी, अब देखे से नहीं दिखती है। गलियों में जो खुशहाली थी, अब देखे से नहीं दिखती है।
खतरे में है आज वन्य जीव सभी, साथ मिलकर इन्हें अब बचाना है। खतरे में है आज वन्य जीव सभी, साथ मिलकर इन्हें अब बचाना है।