नया साल
नया साल
नया साल
कैलेंडर के छे पन्ने
बारह महीने
नई उम्मीदें ,नई उमंग
छ ऋतुएं, तेरह त्यौहार ।
तेजी से बीत रही है
पुरानी साल
बाकी सिर्फ दिन कितने हैं
उंगली से भी गिन सकते हैं।
बाकी सिर्फ यादें मन में हैं
पुरानी साल की लम्हे.......
कुछ यादगार पलों को समेट के
आगे आगे हमें बढ़ना है।
उतार चढ़ाओ से भरी थी
कभी चुनौतियां, कभी आसान राह थी।
कभी घरवालों के साथ बीते पल
तो कभी घर से दूर बेचैन दिल
कभी दोस्तों के बीच हँसी मजाक
कभी दफ्तर में काम की तनाव ।
कभी सुकून ,कभी मायूस
कभी मुस्कान ,कभी आंसू
मिलीजूली नवरसों से थी
सबकी बीती पुरानी साल ।
आने वाली है नया साल
नया साल ,नया दौर
बढ़ रही है कदम नई उम्मीद की ओर..
नई साल की स्वागत में
सारा युग जुड़ गई है
पुरानी साल की बिदाई में
थोड़ी सी दिल मायूस है
ऐसा महसूस हो रहा है
जैसे दुल्हन ससुराल जा रही है।
दहेज में सारी गम लेके जा रही है
बदले में दुआ दे रही है।
कानों में चुप के से बोल रही है
अधूरे काम पूरा करना
बुरी आदतों से दूर रहना
कभी खुद को तन्हा न समझना
जिम्मेदारी से तू न भागना
तरक्की की और बढ़े तेरे कदम
नया साल, नया दौर
नई उम्मीदें नई उमंग....
