STORYMIRROR

Ajay Gupta

Others

2  

Ajay Gupta

Others

निबाह

निबाह

1 min
181

कभी कहते हैं,

वसुधैव कुटुम्बकम

कभी कहते हैं

सर्वोहम शांतिः

कभी कामना करते हैं

लोक कल्याण की

कभी बात करते हैं

विश्व उत्थान की


नदी-नाले-पेड़-पौधे

पशु-पक्षी-चाँद-तारे

सभी हमको लुभाते हैं।

दिखते रिश्ते तो

निभाती है दुनिया,

हम तो अनदेखे-अनकहे

अनजाने रिश्ते निभाते हैं।


Rate this content
Log in