शक्ति तुम्ही, भक्ति तुम्ही हो ममता तुम्ही, समता तुम्ही हो प्रेरणा तुम्ही, साधना तुम्ही हो शक्ति तुम्ही, भक्ति तुम्ही हो ममता तुम्ही, समता तुम्ही हो प्रेरणा तुम्ही, ...
एक स्त्री करती है व्रत त्याग तपस्या ताउम्र! एक स्त्री करती है व्रत त्याग तपस्या ताउम्र!
बेवजह के बंधनों में तो स्त्री हर असंभव कार्य को कर सकती है संभव। बेवजह के बंधनों में तो स्त्री हर असंभव कार्य को कर सकती है संभव।
नारी हर किरदार बखूबी निभा जाती है। नारी हर किरदार बखूबी निभा जाती है।
देश जगाओ,बेटियां बचाओ,बेटी पढ़ाओ, बेटियों को साथ दो बेटीयों को साथ दो!! देश जगाओ,बेटियां बचाओ,बेटी पढ़ाओ, बेटियों को साथ दो बेटीयों को साथ दो!!