STORYMIRROR

Gurminder Chawla

Others

2  

Gurminder Chawla

Others

नारी (कविता)

नारी (कविता)

1 min
45

नारी

नारी है तो प्यारी है

प्यारी है इसलिए क्योंकि वो नारी है

माँ की ममता अपार है

बहन है वो गले का हार है

प्रेमिका ही है जिसकी

काया पर दुनिया हमने वारी है

बीबी है जो देखभाल

करती हमारी है

नारी ने हर रूप में

जिंदगी सँवारी हमारी है

यहीं सरस्वती यहीं लक्ष्मी

इसकी महिमा न्यारी है 


Rate this content
Log in