STORYMIRROR

Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

Others

3  

Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

Others

" मत रूठो मेरी कविता "

" मत रूठो मेरी कविता "

1 min
286


हे ! कविता मेरी

तुम ना मुझसे

रूठना कभी

तुम जो रूठ गयी

मुझसे मैं ना जी पाउँगा !

अपनी भावनाओं

अपनी व्यथाओं को

छंदों में पिरोके

किसको सुनाऊंगा ?

भाषण तो मुझे

देना नहीं आता है

लोगों को भरमाना

भी नहीं आता है !

बस इन विधाओं के सहारे

अपनी बातें कह लेता हूँ !

शब्दों के जालों में

मैं उलझना नहीं

चाहता हूँ !!

अलंकारिक अभिव्यक्तियों

को भला कौन समझे

रसों के बंधनों से मुक्त

होकर कोई

बात सुनना चाहता हूँ !!

हे ! कविता मेरी

तुम ना मुझसे

रूठना कभी

तुम जो रूठ गयी

मुझसे मैं ना जी पाउँगा !!

अपनी भावनाओं

अपनी व्यथाओं को

छंदों में पिरोके

किसको सुनाऊंगा ?




Rate this content
Log in