STORYMIRROR

Neelam Sharma

Others

3  

Neelam Sharma

Others

मन तितली

मन तितली

1 min
327


आभ बसंती

सुर्ख रंगों से रंगी

प्यारी तितली।


नन्हीं तितली

बैठी जब फूल पे

नोंच ली गई।


था उर मेरा

स्वछंद तितली सा

बिंधा शूल से।


पाँख तितली 

बसंत सुशोभित

इंद्रधनुषी।


फूलों के झूले

झूलती निसदिन

सोम्य तितली।


नीलम मन

विलुप्त तितली सा

प्रेम मगन।



Rate this content
Log in