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संदीप सिंधवाल

Others

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संदीप सिंधवाल

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मेरी लाडली मेरा अभिमान

मेरी लाडली मेरा अभिमान

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खिलखिलाहट किलकारियों

चिल्लाहट में वात्सल्य

वीरान मरू जीवन में

बरसाती हँसी मुस्कान अमूल्य।


नादान अदा जन्म सार्थक करती

बैठ गोदी को खुशहाली से भरती

उसको देख कर ही सारी चिंताएं

दूर होती देवी तुल्य,

खिलखिलाहट किलकारियों

चिल्लाहट में वात्सल्य।


बिटिया माँ बाप का अभिमान 

सह न सकती इनका अपमान

तेरे वजूद से आबाद घर आंगन

और प्यार बहुमूल्य

खिलखिलाहट किलकारियों

चिल्लाहट में वात्सल्य।


बिटिया साक्षात लक्ष्मी का रूप

तेरी खुशी से एक ही छांव धूप

जिसको भी बिटिया दे रब,

मिले उसको रतन अतुल्य

खिलखिलाहट किलकारियों

चिल्लाहट में वात्सल्य



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