मेरी छोटी बहना
मेरी छोटी बहना
मासूम सा चेहरा, इंसानियत की मूरत है।
भोली और प्यारी सी, बहुत ही खूबसूरत है।।
तन उसका कोमल, और मन उसका सुन्दर है।
आँखों में प्यार झलकता है, दिल में उसके रब बसता है।।
कोई और नहीं वो प्यारी सी, मेरी छोटी बहना है।
खुशियों का वो सागर है, प्यार का वो दरिया है।।
छोटा हो या बड़ा हो कोई, हर इंसान के लिए।
उसके दिल में प्यार ही प्यार बरसता है।।
उसका हर शब्द दुआ बनकर निकलता ।
कोई और नहीं वो प्यारी सी, मेरी छोटी बहना है।।
वो प्यारा सा फूल है घर-फुलवारी का।
महकता उससे घर का आँगन है।।
चेहरा उसका जब मैं देखूं, मन प्रफुल्लित हो जाता है।
खुदा से वरदान के रूप में मिला मुझे अनमोल तोहफा है।।
कोई और नहीं वो प्यारी सी, मेरी छोटी बहना है।
कोई और नहीं वो प्यारी सी मेरी छोटी बहना है।।