मेरा स्वभाव
मेरा स्वभाव
1 min
255
मुस्कुरा कर मिला करो मुझसे
कि कभी शालीन तो कभी ज़िद्दी हूँ
सब अलग नजरिए से देखे मुझको
कि कभी हंसमुख तो कभी तुनक मिजाजी हूँ
जैसी जिसकी सोच वैसा ढाल ले मुझको
कि कभी खुश तो कभी नाखुश हूँ
रिश्तों की खूब पहचान है मुझको
कि कभी हक़ीकत तो कभी ख्वाब हूँ
अपनी ही शर्तों पर कसती हूँ सबको
कि कभी लचीली तो कभी कठोर हूँ
कदम से कदम मिलाकर चलूँ सबके
कभी साथ दूँ तो कभी दगा देती हूँ
मैं ज़िंदगी हूँ