मैंने जब उनको खोया।
मैंने जब उनको खोया।
मेरी दुनिया में,
मेरे सबसे करीब थे,
मेरे मां-बाप।
वो दोनों दिन-रात करते थे संघर्ष,
तब कहीं हम,
जी पाते थे सही जीवन।
अपनी परवाह करते थे कम,
सबसे पहले ध्यान में रखते थे मुझे,
जब कभी मैं थोड़ा सा भी लेट हो जाता,
दोनों का कॉल तुरंत आ जाता,
और पूछते कहां हो भई,
कैसे इतनी देर लग गई?
जब कभी किसी भी चीज की होती जरूरत,
बेधड़क कह डालता उनसे,
और वो न जाने कहां से ले आते,
मेरे सामने।
लेकिन अब वो दुनिया छोड़ गए,
अब मुझे सबकुछ करना पड़ता स्वयं,
तो मालूम हुआ,
उनका मेरी दुनिया में महत्त्व,
जब तक था उनका साथ,
हर वक्त रहता था खुशमिज़ाज।
