मातृ भुमि, सबसे ऊंची
मातृ भुमि, सबसे ऊंची
स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी नेता,
सबसे बहादुर,
सबके चहेते,
नाम था सुभाष चन्द्र बोस,
नेता जी कहते थे लोग।
मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे,
लिया आईसीएस में चौथा स्थान,
परंतु नहीं रखना चाहते थे,
अंग्रेजों का मान,
दिया इस्तीफा,
बने स्वतंत्रता सेनानी,
आजाद हिंद फौज का किया गठन,
अंग्रेजों से जा भिड़े,
जय हिन्द का दिया नारा,
बाद में बना राष्ट्र का प्यारा,
"तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा"
से किया देश वासियों को आग्रह,
सारा देश हो गया इकट्ठा,
"दिल्ली चलो" का किया आह्वान,
भारत का कुछ भाग जीता अंग्रेजों से,
जर्मनी, जापान, फिलीपीन, कोरिया, चीन, इटली इत्यादि ने दी मान्यता,
अंडमान निकोबार में की,
स्वतंत्र भारत की अस्थाई
सरकार की स्थापना,
आखिर बदकिस्मती आई सामने,
अंग्रेजों का पलड़ा हो गया भारी,
आजाद हिंद फौज हारी,
नेता जी का विमान हो गया क्रैश,
वो कह गये दुनिया को अलविदा।
परंतु, कुछ लोग नहीं मानते इसको,
इसलिए ये है विवादित मुद्दा,
सरकार भी नहीं दिखाती,
उनकी मृत्यु के दस्तावेज,
जिससे लग सके ये पता,
आखिर क्या हुआ था,
इस देश के महान सपूत का।
