माँ
माँ
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माँ प्रभु का रूप है
माँ सृष्टि का स्वरुप है
माँ है जग में स्नेह की मूरत
माँ ममतामयी धूप है।
माँ प्यारा सा नाम है
जैसे सीता श्री राम है
माँ तो सब को है चाहती
माँ का आँचल श्री धाम है।
माँ की महिमा न्यारी है
माँ सबको ही प्यारी है
माँ से करुना का भाव बना
माँ फूलों की क्यारी है।
माँ पूजा विश्वास है
माँ से धरती आकाश है
माँ है अद्भुत जग की सृष्टा
माँ में ईश्वर का वास है।
माँ का ह्रदय मोम है
माँ का प्यार व्योम है
माँ ही सबसे सुन्दर जग में
माँ का उच्चारण ॐ है।
