STORYMIRROR

shivendra 'आकाश'

Others

2  

shivendra 'आकाश'

Others

"माँ"

"माँ"

1 min
85

कितनी गलतियों को मेरी उसने नकार दिया,

गिरते गिरते बचा हूँ मैं उसने सँवार दिया,

किसी ने भी नही किया मुझे इतना ज्यादा प्रेम,

एक मेरी माँ ने ही प्यार से ज्यादा मुझे प्यार दिया।।

            


Rate this content
Log in