मां हमारी भोली भाली...!
मां हमारी भोली भाली...!
मां हमारी भोली भाली
जैसे हो फूलों की डाली,
प्यार बहुत वो करती है
बाहों में हमें भर लेती है।
अच्छी बातें सदा सिखाती
सदाचार की राह दिखाती,
मिलकर रहो हमेशा हरदम
सीख सदा वो देती है।
बाहं पकड़ वो मुझे झुलाती
अपने हाथों मुझे खिलाती,
देख मेरे नटखटपन को अक्सर
खुद में ही हर्षाती है।
क्रोध नही वो करती है
हरदम हंसती रहती है,
जीवन के कठिन डगर में
हिम्मत वो हममें भरती है।
देख मुझे वो सदा मुस्कराए
संयम साहस का पाठ पढ़ाए,
मुझे पकड़ वो दुलार करे
लक्ष्य नजर पर गढ़ती है।
मां हमारी भोली भाली
सबमें है वो बड़ी निराली
जग में करें हम ऐसा काम
हो जाए उसका ऊंचा नाम।
