लॉकडाउन में सब का परिवार
लॉकडाउन में सब का परिवार
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दिन रविवार आज घर पर है पूरा परिवार
मम्मी की छुट्टी,
पापा की भी छुट्टी।
मेरी स्कूल की भी छुट्टी
देर से उठना है आज,
ज्यादा नहीं है काम-काज।
रविवार के दिन चलेगा अपना राज
आलू का पराठा बनाएंगे,
दुकान से मक्खन भी मंगवा आएंगे।
गरम-गरम पराठे के साथ खाएंगे
आज नहीं सोचते रह गए,
कोरोना कहां से आ गया।
पूरी दुनिया में आतंक मचा दिया
कहां रविवार कि वह फरमाइशी होती थी,
कहां जाना है एडवांस तैयारी रहती थी।
सब दुकानों में भीड़ लगी रहती थी
हर जगह रौनक छाई रहती थी,
चलो घूमने चलें मन में यही इच्छा जगती थी।
दुनिया भी हंसती खेलती रहती थी।