ले ले तेरे शरण में
ले ले तेरे शरण में
इस भारत देश में सबसे अनोखा
और एहमियत क्या रखता है?
जवाब बिल कुल चौंकाने वाला
लेकिन खरी- की "लाल बत्ती
सबसे ज्यादा मायने रखते है।।
ऊपर से नीचे, नीचे से ऊपर
चक्कर पे चक्कर लगाते हैं
बस यही बत्ती के ख़ातिर
पुलिस हो या नेता, जज या अभिनेता
तरसते हैं अपना शरण में ले जाए
जरूर एक बार ।।
क्या रॉब है तेरा इस डेज़ह में
आँखें ना देखी तो समझ ना आये
तू जलती तो चारों और
सब अड़चन चंद मिनटों में
यूँ साफ-सुथरे हो जाते हैं ।।
आम आदमी को हे तेरा खौफ़
कहीं ना-गिर उसपर तू बनके कहर
तेरे चंगुल से बचना है मुश्किल
क्यों कि डूबता है बेड़ा उसके
लग जाय कभी किसी को तेरी
प्रेम नज़र ।।
क्या नहीं होते इस मुल्क में
तेरी आड़ लेकर
कहीं चलती है गोली
कहीं निम्ब बदल जाता है
तेरे ताकत की कलम गार पर।।
तू बन जाता ताकत ऐसे
की अनपढ़ भी यहां
नियम-कानून बनाते हैं
हम पूरे आवाम उसको
ना चाहते हुए भी अपना गले
लगाते हैं ।।
सही को गलत, गलत को सही
भुगते हैं जो आम आदमी
मारे या कहीं जाए
उन लोगों का क्या जाता है ।।
पुलिस दिखाते हैं डंडा हर पल
जैसे चाहें वैसे लिखा लेते हैं
सरकारी बाबुओं का क्या कहना
अर्जी हो या विधान
लाल फीते की नीचे सब दबा देते हैं ।।
तेरे कृपा से नेता भी
देश की मंत्री बन जाते हैं
तू लग जाता है उनके गाड़ी पे
तो धरती हो या आसमान
सब अपनी मुट्ठी में पल भर में
ले आते हैं।।
सुन ले एकबार अर्जी
हमे भी ले ले तेरे शरण में
तू मिल गया तो सारा जहां
होगा अपने जेब में
तो देर और काहे कि,
बेड़ा पार करा दे ।।
