STORYMIRROR

Sanjay Jain

Others

4  

Sanjay Jain

Others

लाज़मी तो नहीं

लाज़मी तो नहीं

1 min
397

वो हमारा रहे लाज़मी तो नहीं

धड़कनें भी सुने लाज़मी तो नहीं


चाँदनी रात है और तन्हाई भी

बाम पर वो मिले लाज़मी तो नहीं


कह दिया सब निगाहों से उसने अगर

लब से भी कुछ कहे लाज़मी तो नहीं


चल दिए हो अगर तुम सफ़र के लिए

हमसफ़र भी मिले लाज़मी तो नहीं


क्या हुआ जो तुम्हें तीरगी मिल गई

रोशनी ही मिले लाज़मी तो नहीं


जानिब ए मैकदा बढ़ चले हो मगर

जाम तुम को मिले लाज़मी तो नहीं


लूटने कारवाँ यार आया मेरा

छोड़ देगा मुझे लाज़मी तो नहीं


बिजलियाँ टूट कर गिर रही हर तरफ

घर मेरा बच सके लाज़मी तो नहीं


कर दिया गर करम आज मौजों ने तो

नाखुदा भी करे लाज़मी तो नहीं


ठीक है प्यार संजय तुम्हें हो गया

प्यार वो भी करे लाज़मी तो नहीं


Rate this content
Log in