कृष्णा का आवाहन
कृष्णा का आवाहन
मेरे कृष्णा तुम
छुपे हो कहाँ
मेरे कृष्णा तुम
छुपे हो कहाँ ?
देखो दास तुम्हारा
तड़पे यहाँ
मेरे कृष्णा तुम
छुपे हो कहाँ।
तुमने ही तण्डुल चुपके से,
खाये सुदामा के घर की !
पल में ही तुमने काया पलट,
दी सुदामा के घर की !
तुमने ही तण्डुल चुपके से,
खाये सुदामा के घर की !
पल में ही तुमने काया पलट,
दी सुदामा के घर की !
जान गया तुझे
जान गया
सारा जहाँ !
मेरे कृष्णा तुम
छुपे हो कहाँ
मेरे कृष्णा तुम
छुपे हो कहाँ ?
देखो दास तुम्हारा
तड़पे यहाँ
मेरे कृष्णा तुम
छुपे हो कहाँ।
तुमने ही अपने चिर बढ़ाये,
नारी को तुम बचाये !
नारी की गरिमा को तुमने,
ही हमको पाठ पढ़ाये !
तुमने ही अपने चिर बढ़ाये,
नारी को तुम बचाये !
नारी की गरिमा को तुमने,
ही हमको पाठ पढ़ाये !
देख लिया
तुझे देख लिया
सारा जहाँ !
मेरे कृष्णा तुम
छुपे हो कहाँ।
मेरे कृष्णा तुम
छुपे हो कहाँ ?
देखो दास तुम्हारा
तड़पे यहाँ
मेरे कृष्णा तुम
छुपे हो कहाँ।
सारथी बनके तुमने ही युद्ध,
की नीति बताई !
अपनी कौशलता के बल पर,
उनको जीत दिलाई !
सारथी बनके तुमने ही युद्ध,
की नीति बताई !
अपनी कौशलता के बल पर,
उनको जीत दिलाई !
मान गया तुझे
मान गया
सारा जहाँ !
मेरे कृष्णा तुम
छुपे हो कहाँ
मेरे कृष्णा तुम
छुपे हो कहाँ ?
देखो दास तुम्हारा
तड़पे यहाँ
मेरे कृष्णा तुम
छुपे हो कहाँ।