कोई तो है.....
कोई तो है.....
कोई तो है,
मैं जिसकी परछाई।
शायद, हूँ मैं प्यारी।
पर,
वो है मुझसे भी प्यारी।
उससे है,
सबसे अच्छी और सच्ची सी यारी
कोई तो है,
जो मेरी राज़दार है।
सिर्फ वही,
मेरा सच्चा प्यार है।
कोई तो है,
जो टुकड़ा नहीं,
मेरे दिल का,
पूरा का पूरा दिल है।
जिसके आशीर्वाद से उज्ज्वल,
मेरा मुस्तकबिल है।
कोई तो है,
जो दिखती इंसान है।
पर,
धरती पर भगवान है।
उसके चरणों का स्थान,
स्वर्ग के समान है।
स्वर्ग के समान है।
कोई तो है,
जो भर दे,
खुशियों से गुल्लक एक पल में।
जो भर- भर के दुआएँ दे,
हर पल में।
जो हर दर्द भुला दे,
बस खेल-खेल में।
कोई तो है,
जो मेरे लिए,
मौत को छूकर आई थी।
जब मैं पहली बार रोई
तब वो मुस्कुराई थी।
कोई तो है,
जो अब बदल गई है।
अब मेरे रोने पर,
मुस्कुराना भूल गई है।
अब मेरी आँखों का एक-एक आँसू,
उसके दिल पर भार है।
बिना किसी शर्त के,
जो मुझे चाहे बेशुमार है।
कोई तो है,
जिसके लिए मेरी हँसी
खुशियों की बहार है।
वरना,
दुख में तो हँसता सारा संसार है।
कोई तो है,
मैं नाजों से पली,
जिसके आँचल की छाँव में।
जिसने बाँधी,
आशा की पायल,
हर पल के पाँव में।
कोई तो है,
जो है मेरा खिलौना
जिसकी गोद में सोना
जैसे कोई सपना सलोना।
कोई तो है,
जिसकी गोद में पूरा आसमां है ।
वह कोई और नहीं,
मेरी प्यारी माँ है,
मेरी प्यारी माँ है।
उसके लिए मेरे दिल में,
खूब सम्मान है।
उसके लिए मेरे दिल में,
खूब सम्मान है।
माँ क्या,
वो तो बहुत महान है।
वही तो घर और परिवार की शान है।
सच कहूँ तो,
वह ईश्वर का वरदान है,
ईश्वर का वरदान है।
