खूबसूरत है एक रिश्ता तेरा मेरा
खूबसूरत है एक रिश्ता तेरा मेरा
दुनिया में तो ऐसे रिश्ते हैं कई,
एक रिश्ता ऐसा भी जो कहलाता है एक दूसरे को बहन भाई।
वो भाई ही तो होता है,
जो छोटा हो या बड़ा बहन की रक्षा के लिए हमेशा तैयार रहता है।
अजीब रिश्ता है एक दूसरे से लड़ते भी हैं जैसे दुश्मनों की तरह,
और एक दूसरे से कोई बात नहीं छुपाते किसी दोस्त की तरह।
लड़ते हैं, झगड़ते हैं सुबह श्याम दिन और रात,
फिर जब पापा घर पे आते हैं पड़ती है दोनों को डाँट।
यूँ तो बहन कभी बोल दे पानी ला दे तो साफ मना कर देते हैं,
लेकिन जब बहन मुसीबत में हो तो सात समंदर पार करके सबसे पहले यही पहुँचते हैं।
चाहे अपनी बहन को बोल दे तू है ही बदसूरत बंदर,
लेकिन जब शादी के लिए लड़का ढूँढना हो तो चुनते हैं राजकुमार जैसा वर।
बोलते तो हैं तू शादी करके चली जायेगी तो सबसे ज्यादा खुश मैं हूंगा
क्योंकि तेरा कमरा जो पूरी तरह से मेरा होगा,
पर कभी गौर करना विदाई के वक्त सबसे ज्यादा वही भाई ही रो रहा होगा।
वो भाई है कोई पराया नहीं,
दिखावे का प्यार कभी उसने जताया नहीं ।