खुबसूरत पल
खुबसूरत पल
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गवा मत ये खुबसूरत पल..
कहीं ज़िंदगी यूँ ही न जाये गुज़र..
कुछ पाने की चाह में
कुछ खोने की राह में..
वक्त न जाये फिसल..
थोड़ा सा तो थम..
थोड़ा देख इधर -उधर
जो आज है उसको जी ले जी भर
कल की फ़िक्र में कहीं आज न हो जाये दफ़न..
कुछ ख्वाहिशें रहने दे अधूरी..
कुछ यादों के दायरे से भी बाहर निकल..
कुछ चीज़ें भुला भी दे..
कुछ बातें दिल से निकाल..
जो है वो आज है मेरी जान
कल के लिये गवा मत ये
खुबसूरत पल...
