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sonu santosh bhatt

Children Stories Others

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sonu santosh bhatt

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कहीं हम बदल ना जाये

कहीं हम बदल ना जाये

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गिरते-संभलते जैसे तैसे जीवन मे चलना सीखा था,

खुदा ईश्वर बस नाम ही सुना

ये कभी कहाँ दिखा था।

बचपन से माँ की ममता देखते पले बड़े,

आज भी ममता के आंचल के कारण है खड़े।

ईश्वर की माया देखी जो माँ मिली है।

जिसके कारण जिंदगी आज खिली खिली है।

जन्म से जिसकी सूरत देखी,

जिसको सबसे पहले पहचाना,

लगता नही आज भी मैंने

उसे भले ढंग से जाना।

आज कुछ भी नही बदला माँ वही है।

बस थोड़ी सख्ती आ गई है जो जाती ही नही है

हमने सोचा प्यार कम हो गया है।

बचपन का वो लाड़ दुलार खो गया है।

मगर हम गलत थे, वो गुस्सा या सख्ती नही,

फिक्र किया करती थी।

आज भी वो सबसे हमारा ही

जिक्र किया करती थी।

इसलिए कहते है माँ का प्यार कभी 

कम नही हो सकता है।

जब तक माँ साथ है हमारे पास कोई

गम नही हो सकता है।

अब डर यही लगता है माँ तो नही बदली

कहीं हम बदल न जाएँ ।

वर्षो का प्यार माँ का

पल में ढल ना जाएँ

कहीं हम ना बदल जाएँ

कहीं हम न बदल जाएँ ।

       


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