STORYMIRROR

Ruchi Madan

Others

2  

Ruchi Madan

Others

कही मेरे सपने खो जाते

कही मेरे सपने खो जाते

1 min
274

सपने इन आँखों ने देख लिये है

ख़्वाबों में ही जीने के तरीके सीख लिये है

अपनी ही पसंद का है एक महल बनाया

उसको बड़े ही चाव से मैंने सजाया

हर चीज़ को मैंने उसमे रंग दिया है


अपना हर शौक पूरा कर लिया है

हर चीज़ को मैं रोज़ ही हूँ नया सजाता

सारी रात उसमे ही हूँ खोया रहता

दिन का उजाले मुझे अब कम ही है भाते

क्योंकि उसमे है मेरे सपने खो जाते



Rate this content
Log in