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Swapnil Saurav

Others

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Swapnil Saurav

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ख़त्म होने से पहले

ख़त्म होने से पहले

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ऐसा ही होता है 

जब हम, हम न होकर 

जंगली हम हो जाते है 

जहाँ नन्हे हम आने वाले होते है 

वहाँ हम शैतान हम बन पहुँच जाते है  

तब वहाँ हम तबाह हो जाते है 

हम अपना ही घर उजाड़ देते है 

और हम हमीं के लिए रोते है 

अब हम को अभी बदलना होगा 

इसमें पहले कि हम ख़त्म हो 

दुनिया को हमें गले लगाना होगा 



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