कहाँ गया वो युवा
कहाँ गया वो युवा
दिल में जिसके जोश था
जुनून था कमाल का ,
कहाँ गया वो युवा ,जो
माँ भारती का लाल था......
ये देश राम कृष्ण का था,
धरती वीर शिवा की थी
रगो में थी भरी उमंग
लहू में जिसके उबाल था
कहाँ गया वो युवा जो,
माँ भारती का लाल था.....
आजादी का था परवाना ,
था देश का वो दीवाना ,
चाहता जन्मभूमि को, वो
जज्बा बेमिसाल था
कहाँ गया वो युवा माँ
माँ भारती का लाल था.....
छाती पे खाई गोलियां,
खेली लहू की होलिया
ना डरा वो ना झुका
वो जोश भी कमाल था
कहाँ गया वो युवा जो
माँ भारती का लाल था......
आजाद बोस जैसे सिपहेसलार थे,
भगतसिंह सरीखे पहरेदार थे,
सोच जिनकी थी बढ़ी,
हृदय भी विशाल था
कहाँ गया वो युवा जो
माँ भारती का लाल था.....
देश उसका मान था
उसका स्वाभिमान था,
दुश्मनो का जीना उसने,
कर दिया मुहाल था
कहाँ गया वो युवा जो
माँ भारती का लाल था .....