जिसे मैं प्यार करता हूँ
जिसे मैं प्यार करता हूँ
बहुत भोली सी प्यारी सी लड़की है
जिसे मैं प्यार करता हूँ
चाँद क्यूँ कहूँ मैं उसको
चाँद पे तो लोग पैर रखते हैं
परी क्यूँ कहूँ मैं उसको
परी तो परिस्ता में रहती है
हुर क्यूँ कहूँ मैं उसको
उसे तो अपने हुस्न पर गुमान है
बहुत भोली सी प्यारी लड़की है
जिसे मैं प्यार करता हूँ
सादगी और सच्चाई की तो वो
जिन्दा मूरत है
क्रीम पाउडर और फैशन की तो
उसे जरूरत ही नहीं
सच्ची सुन्दरता ही उसकी सीरत है
उसे किसी और गहने की जरूरत है क्या
अदब, मुस्कराहट, स्नेह व्
त्याग ही तो उसके गहने हैं
बहुत भोली सी प्यारी लड़की है
जिसे मैं प्यार करता हूँ
उसकी हर धड़कन पर नाम है मेरा
खुद से भी ज्यादा ऐतबार वो मुझ
पर करती है
मेरी हर धड़कन पर नाम है उसका
उसके किये ही तो मेरी हर सांसे चलती हैं
उसको दुःख हो तो ये साँसे थमती हैं
एक आँसू भी गिरे तो नब्ज जमती है
बहुत भोली सी मासूम सी लड़की है
जिसे मैं प्यार करता हूँ
उससे दूर जाने पर
मेरे लिए बैचेन वो होती थी
ख़ुदा से अपने लिए वो मांगे ना कुछ
मेरी सलामती की दुआ वो करती है
गिफ्ट और गहने की उसे चाहत ही नहीं
बस जल्दी आने की ज़िद वो किया करती है
बहुत भोली सी प्यारी लड़की है
जिसे मैं प्यार करता हूँ
आओ दोस्तों उससे मिलवाऊ तुम्हें
वो मासूम सी मेरी बेटी है
प्यार से कहता हूँ उसे मैं काशवी
बहुत मासूम सी प्यारी सी वो मेरी बेटी है...
