जिंदगी
जिंदगी
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मैं तुझसे नाराज़ नहीं यारा
खुद से ही ख़फ़ा हूँ
तेरा कोई कसूर नहीं
मैं खुद में मशगूल हूँ
आज तू शांत थी
क्योंकि मैं अशांत थी
पता है मुझे देखकर तुझे ऐसे अच्छा नहीं लगता
पर कभी मन, तो कभी दिमाग अच्छा नहीं होता
जिंदगी बड़ी रंगीन है
कभी खुशी तो कभी गम है...
