जिंदगी की विंडो सीट
जिंदगी की विंडो सीट
1 min
12
ज़िंदगी की विंडो सीट पर बैठ के,
चल रहा हूँ मैं जिंदगी की बीट पर,
देखता हूँ मैं आगे-पीछे, ज़िंदगी की गति को,
कभी खुशियों के बादल छा जाते हैं,
तो कभी गम की बारिश होती है,
लेकिन मैं डरा नहीं, अपनी मंज़िल पर अटल हूँ,
मैं जानता हूँ, जिंदगी का सफर काँटों भरा है,
लेकिन मैं हार नहीं मानूँगा,अपनी मंज़िल तक पहुँचूँगा,
मैं जिंदगी की विंडो सीट पर, खुशियों और गमों को देखता रहूँगा,
और अपनी मंज़िल तक पहुँचने के लिए, कड़ी मेहनत करता रहूँगा।