जीवनपथ
जीवनपथ
दिखाओ मुझे एक भी पथ जिस पर चुनौती एवं कठिनाई न हो
यकीन कर लो हर एक पथ पर कोइ न कोइ कठिनाई मिलती ही है
चुनना था मुझे कोइ और पथ
किन्तु चुन लिया मैने यह पथ
मेरे चुने हुए पथ पर मुझे अकेले ही सफर करना पडेगा
आगे जा कर यह पथ मेरे लिए विजयपथ साबित होगा?
क्या वो मेरे लिए पराजय पथ बनकर रह जायेगा?
दोनो सवालो के जवाब मेरे पास नहीं है
मै बस ईतना जानता हूँ की फूलों की सेज नहीं मिलेंगी
आखिर कार मैने अपने आप से ही तो जंग छेडा है
मै ही मेरा शत्रु और मै ही मेरा मित्र
भला अन्य कोइ शख्स मुझे क्यों परेशान करेन्गा!
ऐसा लगता है की मैं जहां भी हूँ, जो भी हूँ और जैसा भी हूँ,
अपनी पसंद-नापसंद का नतीजा ही तो हूँ ।
