एक गहन चिंतन के बाद मैंने पिताजी से पूछा- 'ये विविधता में एकता क्या है?' एक गहन चिंतन के बाद मैंने पिताजी से पूछा- 'ये विविधता में एकता क्या है?'
हाँ ये वही "आशाऐं " हैं ।। किया जा सके शायद हर सपना पूरा जिससे,जोड़ा जा सके शायद उन टूटे दिलों के हिस... हाँ ये वही "आशाऐं " हैं ।। किया जा सके शायद हर सपना पूरा जिससे,जोड़ा जा सके शायद ...
मुझे बनना है एक बहू मुझे मायका बनाना है अपनी ससुराल को... मुझे बनना है एक बहू मुझे मायका बनाना है अपनी ससुराल को...
चांद सा हसीन कोई देखा ना था, पर उस रोज़ चांद सा हसीन कोई मिला था,।। चांद सा हसीन कोई देखा ना था, पर उस रोज़ चांद सा हसीन कोई मिला था,।।
अच्छाई इसमें कुछ नहीं यूँ फँस के रोओगे छोड़ो इसे अब भी सही , क्यों स्वार्थ चुनते हो ?....... अच्छाई इसमें कुछ नहीं यूँ फँस के रोओगे छोड़ो इसे अब भी सही , क्यों स्वार्थ चुनते ...
अब धरती अपनी सब्र खो चुकी है, बदलना चाहती है अब अपना स्वभाव अब धरती अपनी सब्र खो चुकी है, बदलना चाहती है अब अपना स्वभाव