चांद सा हसीन कोई देखा ना था, पर उस रोज़ चांद सा हसीन कोई मिला था,।। चांद सा हसीन कोई देखा ना था, पर उस रोज़ चांद सा हसीन कोई मिला था,।।
बस इस कल्यूग में, वो एक ही भगवान है ये बस तुम, समझ क्यूँ नहीं सकते बस इस कल्यूग में, वो एक ही भगवान है ये बस तुम, समझ क्यूँ नहीं सकते
ये सफर कहाँ जा रहा है मगर गम के साये से गुजर कर मेरा मुस्कुराना मुनासिब है ! ये सफर कहाँ जा रहा है मगर गम के साये से गुजर कर मेरा मुस्कुराना मुनासिब ...