STORYMIRROR

Vivek Gulati

Children Stories Inspirational

3  

Vivek Gulati

Children Stories Inspirational

ईमानदारी

ईमानदारी

1 min
140

मंडरा रही थी सिर पर परीक्षा

विषय थे भरकम भारी

मौज मस्ती में आयाम की हो नहीं पाई तैयारी

सोचा अभी बहुत टाइम है, ऐसी क्या है मारा मारी

इम्तिहान के कुछ दिन पहले, तबीयत बिगड़ी सारी

फंस गए आयाम, बड़ी उसकी परेशानी

समय था कम, पुस्तक थी भारी

ऊपर से लगी कोविड की बीमारी

पूरी नहीं हुई तैयारी, इतनी थी कमजोरी

परीक्षा में नकल करने की दोस्तों ने करी ज़ोरा ज़ोरी

कम नम्बर मंजूर थे, नकल की बदनामी से

आयाम ने दिखाई चरित्र की मज़बूती ईमानदारी से

टीचर ने कम नम्बरों की लगायी हड़कार

माता - पिता बोले हमें नकल से कम नम्बर हैं स्वीकार।

सफलता की सीढ़ी चढ़ने के लिए बहुत है ज़रूरी

जी जान से करो मेहनत और दिखाओ ईमानदारी।


Rate this content
Log in