Zeba Rasheed
Others
बेटियां वो बड़ी बदनसीब होती है
जिन्हे माँ से तहजीब नहीं मिलती।
भूल रहे है हम अपनी तहजीब
दौर ए फैशन में अब
हया नहीं मिलती।
सर व शानों से गायब है ओढ़नी
अब कोई स्कूल में
तहजीब नहीं मिलती।
बेहयाई छाई है चारों तरफ
अब माँ के पासभी हया नहीं मिलती।
बूढ़े बरगद
रिश्तों की ध...
मैने चाहा
चेहरे
असम्भव जीत
हया
स्वार्थ में
आँसू
मजबूरी
भीगी धरती